How to work mobile in hindi ? What is mobile in hindi ? Mobile when launch in india ? मोबाइल कैसे काम करता है ? मोबाइल क्या है ? मोबाइल का जन्म कब हुआ ? भारत मे मोबाइल की शुरुआत कब हुई ?

पाठक गण को मेरा प्रणाम ! मित्रों आपका स्वागत है हमारे hindipathshala.com. ब्लॉग साइट पर। आज का हमारा विषय बहोत ही काम का है। जिसकी जानकारी बहुतों को नहीं होती है । आज मोबाइल हर कोई इस्तेमाल करता है। बच्चा हो या बूढ़ा , अमीर हो या गरीब , महिला हो या पुरुष ,हर कोई मोबाइल का दीवाना बन गया है, खाते-पीते, सोते-जागते मोबाइल ,मोबाइल , मोबाइल, नेटपैक खतम हो जाए तो एक दिन बड़ी मुश्किल से गुजरता है, पैसा ना हो तो उधार लेकर रिचार्ज मारा जाता है। पहले तो पॉकेट मनी चॉकलेट और मित्रों को ट्रीट देने मे खर्च होती थी आज पॉकेट मनी मोबाइल खा रहा है। ये तो भला हो मुकेश अंबानीजी का और उनकी बेटी का जिनहोने इसकी कल्पना अपने पिता के पास रखी, जो 2016 से मोबाइल का रिचार्ज सस्ता हुआ है ” JIO धन धना धन ” आया वरना पहले तो 350 रुपये मे एक महीने का रिचार्ज मारना पड़ता था और वो भी 1GB डेटा पूरा महिना चलाना पड़ता था। और आज 666 रुपये मे 84 दिन का रिचार्ज अनलिमिटेड कॉलिंग और 1.50 GB इंटरनेट डेटा मिलता है । इससे बहुतों का फायेदा भी हुआ और बहुतों का नुकसान भी हुआ है। इसे मै विस्तार से नहीं बता सकता क्यूंकी लेख लंबा और बहुत बड़ा हो जाएगा । हमे मोबाइल की जानकारी लिखनी है नाकी निबंध लिखना है, इसलिए इसके फायेदे और नुकसान क्या है इसपर आप खुद विवेचन कर लीजिये।

 

दुनिया मे पहला मोबाइल कब आया ? भारत मे पहला मोबाइल कब आया ?

आज युवा वर्ग और छोटे छोटे बच्चे भी हर वक़्त मोबाईल मे लगे रहते है। आवश्यक जरूरतों को पीछे छोडकर मोबाइल आज इंसान की बुनियादी जरूरत बन गयी है, वैसे तो इंसान की बुनियादी जरूरत रोटी कपड़ा और मकान है , लेकिन आज मोबाइल भी बुनियादी जरूरतों मे शामिल हो गया है। मानो घर का एक सदस्य बन गया है। तो चलिये चलते है आजके हमारे विषय की और , …..मोबाइल काम कैसे करता है ? इतनी नायाब चीज का आविष्कार किसने किया ? कौन है इसका जनक ? दुनिया मे पहला मोबाइल कब आया ? भारत मे पहला मोबाइल कब आया ? मोबाइल और कम्प्युटर मे क्या समानता है ? मोबाइल कितने प्रकार के होते है ? मोबाइल को हिन्दी मे क्या कहते है ? मोबाइल का लॉन्ग फॉर्म क्या है ? ये सारे सवाल एक आम इंसान को पड़ने लाज़मी भी है और जानने जरूरी भी है। क्यूंकी जिस चीज का हम इस्तमाल करते है आखिर उसकी बेसिक जानकारी तो हमे होनी चाहिए। और आज हम इन सारे सवालों पर प्रकाश डालने की कोशिश करेंगे और विस्तृत जानकारी आपको प्रदान करेंगे।

मोबाइल फोन का आविष्कार Motorola कंपनी के दो अमेरिकन इंजीनियरों ने वर्ष 1973 मे किया। उनका नाम है John F. Mitchell और Martin Cooper ने दुनिया को पहेला मोबाइल फोन दिया। ये जो पहला मोबाइल था उसकी निर्माता कंपनी थी मोटोरोला, जिसका वजन लगभग 2KG था, और उसकी कीमत 2 लाख थी। और इसे Zero Generation 0 G कहा गया। इसकी कीमत बहोत ज्यादा होने के कारण ये आम लोगों के पहुँच से काफी दूर था। सिर्फ अमीर लोग ही इसका इस्तमाल करते थे। वर्ष 1979 मे जापान मे पहला औटोमेटेड सेलुलर नेटवर्क स्थापित किया गया। यह एक 1G [ First Generation ] सिस्टम कहलाया जिसकी सहायता और उपयोग से एक ही समय पर कई लोग आपस मे कॉल करके बात कर सकते थे। इसके बाद इसपर और अधिक काम करने के बाद तकरीबन 10 सालों के बाद Motorola ने ही वर्ष 1983 मे Dyna TAC 8000X नामसे दूसरा मोबाइल फोन लॉंच किया लेकिन वो भी सफल साबित नहीं हुआ क्यूंकी उसे चार्ज करने मे काफी समय लगता था और डिस्चार्ज भी जल्दी होता था। लेकिन फिर भी इस मोबाइल फोन के आविष्कार ने दुनिया मे और संचार के क्षेत्र मे बहुत ही बड़ी क्रांति लायी। क्यूंकी मोबाइल फोन से पहले टेलीफोन आया जिसका आविष्कार ग्राहम बेल ने 02 जून 1875 मे किया लेकिन इसके लिए उन्होने थॉमस वाटसन की मदत ली थी और फिर अगले ही साल 07 मार्च 1876 को ग्राहम बेल ने उस आविष्कार को अपने नाम पेटंट करवा लिया इसीलिए ग्राहम बेल को टेलेफोन का जनक मानते है । लेकिन टेलीफोन पर बात करने के लिए टेलीफोन के पास जाना पड़ता था और उसे एक ही जगह रखा जा सकता था , उसे दूसरी जगह या साथ मे लेकर घूमा नहीं जा सकता था। इसीलिए मोबाइल फोन को संचार के क्षेत्र मे सबसे बड़ी क्रांति माना गया। फिर वर्ष 1991 मे 2G ( Second Generation ) की शुरुआत हुई जोकि फ़िनलैंड मे रेडिओलिंजा द्वारा की गयी। वर्ष 1997 मे पहला कैमरा फोन आया हालाकी ये उस समय केवल जापान मे ही उपलब्ध था । लेकिन इसके आने से ये पता चला के लोगों की रुचि फोटोग्राफी फोन मे है। क्यामेरा फोन उस वक्त केवल पश्चिमी देशों मे उपलब्ध थे वर्ष 2002 मे जब Sony Ericsson T68i को लॉन्च किया गया जिसमे क्लिप ऑन केमेरा का इस्तमाल किया गया था।

भारत मे मोबाइल फोन कब आया और इसे सबसे पहले किसने इस्तमाल किया ?

क्या आपको पता है भारत मे मोबाइल फोन कब आया और इसे सबसे पहले किसने इस्तमाल किया? भारत मे पहली बार 01 जुलाई 1995 को पश्चिम बंगाल के तत्कालीन मुख्यमंत्री ज्योति बासु ने मोदी टेल्स्ट्रा की मोबाइलनेट सेवा का उदघाटन किया और NOKIA के मोबाइल फोन का इस्तमाल करके तत्कालीन केन्द्रीय दूरसंचार मंत्री सुखराम जी से दिल्ली मे मोबाइल फोन पर बात की । इसतरहा भारत मे मोबाइल सेवा का आरंभ हुआ लेकिन उसवक्त मे ये आम आदमी के पहुँच से काफी दूर था। मित्रों मैंने जब अपना पहला मोबाइल फोन लिया था वो था NOKIA 3315 जोकि उसवक्त लगभग 5300 रुपये का था। और उसवक्त इंकमिंग कॉल पर भी चार्जेस लगते थे शायद वो साल 2002 या 2003 हो सकता है। मै sure नहीं हूँ। उस फोन मे Snake Game हुआ करता था। मोबाइल फोन और कम्प्युटर मे बहुत से मामलों मे समानता होती है। जैसे के RAM, ROM, Processor, Storage, Game, Internet, Mail, इत्यादि कई मामलों मे दोनों मे काफी समानता होती है। मोबाइल तीन प्रकार के होते है। 1) Basic Phone 2) Features Phone 3) Smartphone – बेसिक फोन मे ज्यादा फीचर्स नहीं हुआ करते थे, ये मात्र कॉल करने और मेसेज करने मात्र तक इसके फीचर्स सीमित थे, वहीं फीचर्स फोन मे कॉलिंग, केमेरा , म्यूजिक प्लेयर, ब्लूटूथ, FM, Calender, Games, इत्यादि फीचर्स से ये फोन लैस थे इसीलिए इसे फीचर्स फोन कहा गया। अब बारी आती है Smartphone, की तो मुझे लगता है इसकी विशेषताएँ बताने की मुझे कोई जरूरत नहीं है। क्यूंकी आज के समय मे हर एक दूसरे इंसान के हाथ मे स्मार्टफोन है। और उसकी विशेषताओं से आप भलीभाँति वाकिफ हो। इतना मै यहाँ समझ लेता हूँ। लेकिन आज बहोत से लोग ऐसे है जो जब भी नया मोबाइल फोन लेने की सोचते है तो औरों से सलाह लेते देखे जाते है।

जान लीजिए मोबाईल फोन लेते समय उसमे क्या फीचर्स होने चाहिए ?

मित्रों मोबाईल फोन लेते समय बहोत से लोग कन्फ्यूज होते है। ये लेख पढ़ने के बाद आपको आजके बाद इसकी जरूरत नहीं पड़ेगी। वैसे तो कोई भी इलेक्ट्रॉनिक वस्तुएं खरीदने से पहले जांच पड़ताल करना जरूरी है। लेकिन अगर आपको खुद इसकी जानकारी रही तो किसी को पूछने की जरूरत नहीं पड़ती है। जैसे के आप भी अपने मित्रों से पुछते है यार अभी लेटेस्ट मे कौनसा मोबाइल अच्छा है, किसमे क्या खासियत है, वगैरा वगैरा तो मै आपको बताता हूँ मोबाइल लेते समय ध्यान मे रखने योग्य बातें जो सामान्य व्यक्ति नहीं जानता, बस इतना समझते है, Camera 50 MP है सेल्फी Camera 20 MP, है फोटो अछि आती है तो बस है। लेकिन असल मे मोबाइल अछि परफोरमन्स देने वाला, ज्यादा से ज्यादा RAM, ज्यादा से ज्यादा स्टोरेज कपेसिटी वाला और सबसे खास बात प्रोसेसर अछि कंपनी का होना चाहिए। OS याने के operating System अभी के समय मे हम ज्यादा तर Android OS वाला फोन ही खरीदते है लेकिन इसमे भी अलग अलग OS है जैसेकी एक तो सबकी जान पहचान वाला Android OS, (Google Inc.) i-Phone/iOS ( Apple ) और Symbian OS ( Nokia ) ज्यादा पसंद किए जाते है लेकिन इसके बारेमे बहोत कम लोग जानते है। Android OS Version ये Cupcake 1.5, Pie 9 , 8.0 , Pie इन OS मे Cupcake , Donut, Eclair, Gingerbread, Honeycomb, Ice Cream Sandwich, Jelly Bean, किटकट, Lollipop, Marshmallow, Nougat, Oreo , Pie, Android 10 इत्यादि कुछ इसके उदाहरण है लेकिन ये ज़्यादातर महंगे स्मार्टफोन मे इस्तेमाल होते है। ये बताने का मकसद मेरा सिर्फ ये है के जब भी आप महंगा स्मार्टफोन लेने जाओगे तो इन चीजों का जरूर ध्यान रखे। उम्मीद करता हूँ की आज के बाद जब भी आप नया स्मार्टफोन लेने की सोचोगे तो किसी को पुछने की जरूरत अब आपको नहीं पड़ेगी आप खुदका फैसला खुद ले सकोगे और एक बेहतर परफोरमन्स वाला मोबाइल फोन ही खरीदोगे। अभी तो 5G का जमाना है। तो ध्यान रखिए मोबाईल लेते समय क्या देखना जरूरी है सबसे पहले Android Version कौनसा है। High रेजओलेशन, Camera Verssion क्या है ? RAM, कितना GB है। ROM, यानेके स्टोरेज कपेसिटी कितनी है। मित्रों Ram और Rom ये मोबाईल के बहोतही महत्वपूर्ण हिस्से है, क्यूंकी आज सोशल मीडिया का जमाना है रोज हजारों फोटोज वीडियोज़ मोबाईल मे स्टोर होते है । अगर ram और rom लो है तो मोबाईल हैंग होता है। इसलिए रैम कमसे कम 12 जीबी और रोम कमसे कम 128 जीबी तो होनेही चाहिए। इसके बाद बारी आती है बैटरी और चार्जर की मित्रों इसपर चर्चा की बात करें तो ज्यादातर लोग मोबाईल फोन की चार्जिंग जल्दी खतम होनेसे परेशान रहते है क्यूंकी हम मोबाईल फोन लेते समय ये तो देख लेते है रैम कितना है? रोम कितना है लेकिन ये नहीं देखते है की बैटरी कितनी पावरफुल है चार्जर कितना पावरफुल है? तो बैटरी कमसे कम 5000 mah होनी चाहिए लेकिन इसमे भी एक बात ध्यान रखने योग्य ये है की बैटरी चाहे कितनी भी mah की हो वो चार्जिंग तो 5 वाट से ही होती है इसलिए मोबाईल लेते समय बैटरी से भी ज्यादा जरूरी है चार्जर कितना powerful है कमसे काम 45w वाला चार्जर तो होना ही चाहिए। DR VAKU Luxos VOOC Flash Charger बहोतही फास्ट चार्जर है। ये किसीभी 5000 mah या उससे भी ज्यादा बड़ी बैटरी को 20 मिनट मे चार्ज करता है। अब बात करते है PROCESSOR, की और OS तो Oreo या Nougat, नहीं तो Pie तो होना ही चाहिए। मित्रों उम्मीद करता हूँ आजके बाद आपको मोबाईल के बारेमे किसी से पूछने की जरूरत नहीं पड़ेगी। मोबाइल को हिन्दी मे चलभाष: सचल दूरभाष यंत्र कहते है। MOBILE का LONGFARM M- फॉर Modified, O- फॉर Operation, B- फॉर Byte, I- फॉर Integration, L- फॉर Limited, और E- फॉर Energy। प्रिय पाठकगण लेख के अंततक बने रहने के लिए आपको अनेक अनेक आभार और धन्यवाद !!!! आशा करता हूँ आपको ये लेख पसंद आया होगा, और आपको इससे महत्वपूर्ण जानकारी प्राप्त हुई होगी। अगर आपको ये लेख पसंद आया हो तो कमेन्ट बॉक्स मे अपना परामर्श जरूर दे । सादर प्रणाम !!! जय हिन्द !! जय भारत !!

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