एक प्यार का नगमा है – Ek Pyar Ka Nagma Hai (Lata Mangeshkar, Mukesh, Shor)
एक प्यार का नगमा है
मौजों की रवानी है
ज़िंदगी और कुछ भी नहीं
तेरी मेरी कहानी है
कुछ पाकर खोना है, कुछ खोकर पाना है
जीवन का मतलब तो, आना और जाना है
दो पल के जीवन से, इक उम्र चुरानी है
ज़िन्दगी और कुछ भी नहीं…
तू धार है नदिया की, मैं तेरा किनारा हूँ
तू मेरा सहारा है, मैं तेरा सहारा हूँ
आँखों में समंदर है, आशाओं का पानी है
ज़िन्दगी और…
तूफ़ान तो आना है, आ कर चले जाना है
बादल है ये कुछ पल का, छा कर ढल जाना है
परछाईयाँ रह जाती, रह जाती निशानी हैं
ज़िन्दगी और…
गीतकार की ओर से अतिरिक्त अंतरे
जो बीत गया है वो, अब दौर न आएगा
इस दिल में सिवा तेरे, कोई और न आएगा
घर फूँक दिया हमने, अब राख उठानी है
ज़िन्दगी और कुछ भी नहीं…
तुम साथ न दो मेरा, चलना मुझे आता है
हर आग से वाकिफ हूँ, जलना मुझे आता है
तदबीर के हाथों से, तकदीर बनानी है
ज़िन्दगी और कुछ भी नहीं…
Movie/Album: शोर (1972)
Music By: लक्ष्मीकांत प्यारेलाल
Lyrics By: संतोष आनंद
Performed By: लता मंगेशकर, मुकेश